शुक्रवार, 28 अगस्त 2015

* माहिया *( मात्रिक छंद )

  ***माहिया ***( मात्रिक छंद )

 पंजाब का प्रसिद्ध लोग गीत है,,,वैसे तो इसमें श्रृंगार रस के दोनों पक्षों (संयोग और वियोग ) का समावेश होता है ,,,,लेकिन अब 

बढ़ते समय के साथ अन्य रस भी इसमें शामिल किये जाने लगे हैं,,, इस छंद में नायक और नायिका  की  नोंक-झोंक भी होती 

है,,,यह तीन पंक्तियों का छंद है  इसे  ''''टप्पा'''  भी कहते हैं 

  इसमें पहली और तीसरी पंक्तितों में 12 मात्राएँ अर्थात 2211222 / 222222 ,,,,,,दूसरी पंक्ति में 10 मात्राएँ अर्थात 211222 / 22222 होती हैं,,,

नीचे कुछ माहियों को देखिए--

[१]

हम प्रेम निभाते हैं 

सबको अपनाकर 

हम धोका खाते हैं 

[२]

तू सबका पालक है 

हर इक प्राणी को 

नव जीवन देता है 

[३]

जीवन विश्वास भरा 

बंधन राखी का 

रिश्ता अनुराग भरा 

[४]

उससे फरियाद करो 

संकट सकल कटें 

जब प्रभु को याद करो

*****सुरेशपाल वर्मा जसाला [दिल्ली]

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