**मुक्तक (muktak)) : बाधाओं पर जय जो पाते**
बाधाओं पर जय जो पाते ,वो ही हिम्मत वाले होते
शूलों पर भी नाचें गावें ,साहस के रखवाले होते
झंझावातों से लड़ जाते ,तूफां से भी लेते टक्कर
प्रकट सदा वे काल रूप में ,शिखर चूमने वाले होते
*****सुरेशपाल वर्मा जसाला (दिल्ली)
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